दी एज्युकेशन कमेटी ऑव दी माहेश्वरी समाज (सोसायटी), जयपुर 

  दी एज्युकेशन कमेटी ऑव दी माहेश्वरी समाज (सोसायटी), जयपुर 

  सत्यनारायण काबरा (मा.न.) – अध्यक्ष
मधु सुदन बिहाणी – महासचिव शिक्षा
शैक्षणिक उन्नति में हमारे बढ़ते कदम –
नव गठित दी एज्युकेशन कमेटी ऑव दी माहेश्वरी समाज (सोसायटी), जयपुर (सत्र 2015-18) के प्रमुख लक्ष्य ‘पारदर्शिता के साथ प्रगति’ को ध्यान में रखते हुए सोसायटी समय-समय पर सभी समाज बन्धु गणों को प्रत्येक निर्णय से अवगत कराना अपनी महती जिम्मेदारी मानती है | श्री माहेश्वरी समाज द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका के माध्यम से आप सभी को सोसायटी द्वारा अभी तक किए गए ऐतिहासिक निर्णयों और प्रस्तावित योजनाओं से अवगत करवाया जा रहा है |
1. संवैधानिक सुधारात्मक निर्णय : -
किसी भी संस्था की सफलता उसके संविधान में निहित होती है | माहेश्वरी समाज द्वारा संचालित सभी शिक्षण संस्थाएं प्रबंध समिति द्वारा सोसायटी के अन्तर्गत संचालित की जाती है | प्रबंध समिति द्वारा लिए जाने वाले निर्णयों में समाज की सहभागिता बढ़ाने के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए प्रबंध समिति के सदस्यों कि संख्या 15 से बढाकर 21 किए जाने का प्रावधान किया गया | प्रशासनिक सुदृढ़ता व उच्च शैक्षणिक योग्यता स्तर, संस्थाओं में पारदर्शिता, वर्तमान परिपेक्ष्य में लागू सरकारी नियमों इत्यादि को ध्यान में रखते हुए विभिन्न प्रावधानों में कानूनी राय व आवश्यक संशोधनों को कर्मचारियों की नवीन नियुक्ति, वार्षिक प्रतिवेदन (ACR), पदोन्नति, वेतनवृद्धि, आंतरिक अंकेक्षण इत्यादि में प्रभावी रूप से लागू किया गया है |
2. शैक्षणिक क्षेत्र में सुधार हेतु लिए गए निर्णय : -
बदलते परिवेश के साथ कदमताल करते हुए सोसायटी के अन्तर्गत संचालित सभी संस्थाओं में कक्षा 1 से 10 तक कम्प्यूटर शिक्षा को सत्र 2016-17 से अनिवार्य रूप से लागू कर दिया गया है जो पूर्ण में कक्षा 4 से प्रारम्भ थी | इस हेतु शिक्षार्थियों से किसी भी प्रकार का अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया गया है | जबकि सोसायटी द्वारा इस हेतु नवीन कम्प्यूटर शिक्षकों के वेतन के रूप में लगभग रुपये 15 लाख वार्षिक व्यय किया जाएगा |
सत्र 2015-16 में सोसायटी के अन्तर्गत संचालित सभी अंग्रेजी माध्यम के विधालयों में प्रोजेक्टर के माध्यम से डिजिटल लर्निग के सुविधा कक्षा 4 से 8 तक उपलव्ध थी, जिसे बढाकर सत्र 2016-17 से कक्षा 1 से 10 तक किया जा चुका है | इस हेतु वर्तमान में उपलब्ध 180 डिजिटल लर्निंग कक्षा-कक्षों को बढाकर 271 किया गया | इस प्रकार कुल नए 91 डिजिटल लर्निग कक्षा-कक्षों पर गत सोसायटी द्वारा किए गए अनुबंध की दरों के अनुसार अनुमानित व्यय रुपये 3 करोड़ का व्यय होना अपेक्षित है |
सोसायटी के अन्तर्गत संचालित शिक्षण संस्थाओं को राष्ट्रीय स्तर की नवीनतम आधुनिक तकनीक से सुसज्जित करने, परदार्शिकता, बेहतर प्रबन्धन, बेहतर शिक्षक-अभिभावक संवाद को स्थापित करने की दिशा में Integrated Online Software हेतु राष्ट्रीय स्तर की कम्पनी मैसर्स नेक्स्ट एज्युकेशन प्रा. लिमिटेड के अनुबंध किया गया है तथा दिनांक 1 मई 2016 से इसे चरणब्द्ध रूप से लागू करने का कार्य प्रारम्भ कर दिया गया है | इस सोफ्टवेयर के माध्यम से सोसायटी एवं सभी शिक्षण संस्थाएं एक दुसरे से आपस में जुड़ जाएंगी तथा शैक्षणिक एवं प्रशासनिक गुणवत्ता में सुधार के दृष्टिकोण से सूचनाओं का विश्लेषण किया जाना आसन हो जायेगा | साथ ही सभी सूचनाएं संबंधित शिक्षार्थी, अभिभावक, शिक्षक एवं प्रबंधन को मोबाइल एप एवं पोर्टल के माध्यम से उपलब्ध होंगी | इस पूरी व्यवस्था पर लगभग राशि रुपये 75 लाख प्रतिवर्ष का खर्च होने का अनुमान है | इस सोफ्टवेयर के कुल 22 Module है जिनमें प्रमुख रूप से Students & Staff Attendance Through RFID card, Admission, Examination, Online Fee, Accounts, Procurement & Inventory, Online Assessments, Time Table, SMS, Library, Transport, GPRS इत्यादि है |
कोचिंग क्लासेज के बढ़ते खर्चों व मायाजाल से शिक्षार्थियों व अभिभावकों को मुक्ति दिलाने और प्रतियोगी परीक्षायों की तैयारी हेतु सोसायटी ने अनूठे कदम के रूप में सत्र 2016-17 से माहेश्वरी पब्लिक स्कूल, जवाहर नगर, में कक्षा 11 से विज्ञान संकाय के शिक्षार्थियों हेतु उच्च शिक्षा प्राप्त, अनुभवी विषय विशेषज्ञों द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी की तर्ज पर शिक्षण कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है तथा माहेश्वरी गर्ल्स पब्लिक स्कूल, विद्याधर नगर तथा माहेश्वरी पब्लिक स्कूल, प्रताप नगर में निकट भविष्य में इस व्यवस्था को लागू किया जाना प्रस्तावित है | इस हेतु अभिभावकों पर कोई भी अतिरिक्त आर्थिक भार नहीं डाला गया है | इस सम्पूर्ण व्यवस्था हेतु सोसायटी पर लगभग रुपये 1 करोड़ वार्षिक का अतिरिक्त अधिभार आएगा |
पारदर्शिता की और एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाते हुए सोसायटी के इतिहास में प्रथम बार शिक्षार्थियों को पढाई जाने वाली पुस्तकों का चयन पूर्ण रूप से अध्यापकों द्वारा एक ही स्थान पर बैठकर, लगभग 9000 किताबों का अवलोकन करने के पश्चात् किया गया | इस सम्पूर्ण प्रक्रिया के संपादन में सोसायटी के अन्तर्गत संचालित सभी विद्यालयों के लगभग 270 विषय-विशेषज्ञ अध्यापकों की सेवाएं ली गई |
सोसायटी द्वारा संचालित शिक्षण संस्थाओं ने शैक्षणिक क्षेत्र में अपना सर्वोच्य स्थान बनाया है, परन्तु सह-शैक्षणिक क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता और शिक्षार्थियों में छिपी योग्यता को उजागर करने, विभिन्न गतिविधियों में भाग लेने हेतु सत्र 2016-17 से शिक्षण संस्थाओं में 0 पीरियड की अवधारणा को प्रभावी किया गया है, जिसमें कक्षा 1  से 10  तक के सभी शिक्षार्थियों को समान रूप से सह-शैक्षणिक गतिविधियों में योग्यानुसार भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा और उनका सर्वागीण विकास हो सकेगा | इस व्यवस्था को लागू करने से एक वर्ष में लगभग 6000 मिनट अतिरिक्त रूप से शैक्षणिक व सह-शैक्षणिक गतिविधियों के लिए विद्यालय को मिलेंगे, जिसका पूर्ण लाभ शिक्षार्थियों को मिलेगा |
विभिन्न क्षेत्रो में कैरियर की अपार संभावना को एक ही जगह उपलब्ध करवाने हेतु नवीन प्रयास के रूप में सोसायटी द्वारा संचालित सभी शिक्षण संस्थाओं के शिक्षार्थियों एवं समाज बंधुओ हेतु दो दिवसीय कैरियर फैयर का आयोजन सोसायटी स्तर पर दिनांक 7 व 8  अक्टूबर 2016 को तिलक नगर विद्यालय प्रांगण में किया जाना सुनिश्चित किया गया है, जिसमें शिक्षार्थियों के मानसिक दबाब को कम करने, प्रतियोगी परीक्षायों में तैयारी हेतु विभिन्न तकनीको की जानकारी, विभिन्न विश्वविद्यालयों द्वारा उपलब्ध करवाए जाने वाले कोर्सेज की जानकारी, स्कील डेवलपमेंट के क्षेत्र में उपलब्ध जानकारी, विभिन्न विश्वविद्यालयों, कैरियर काउंसलर्स के माध्यम से शिक्षार्थियों को प्रदान की जाएगी |
विधार्थियों में खेल भावना बढ़ाने के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए सोसायटी द्वारा संचालित सभी शिक्षण संस्थाओं की अन्तर्विधालयी खेलकूद-प्रतियोगिता का आयोजन भी प्रथम बार माह अक्टूबर – नवम्बर 2016 में किया जाना निश्चित किया गया है |
माहेश्वरी पब्लिक स्कूल, बगरू में शैक्षणिक सत्र 2016-17 में प्री-प्राइमरी कक्षाओं का अध्यापन प्रारम्भ करवाया गया है |
सोसायटी द्वारा सत्र 2016-17 में शिक्षकों के शैक्षणिक उत्थान हेतु भी योजना बनाई गई है – जिसके तहत ग्रीष्मावकाश के दौरान तकनीकों की जानकारी शिक्षकों को दी जाएगी | जिसका लाभ शिक्षार्थियों को मिलेगा | इस कार्यक्रम में सोसायटी द्वारा संचालित शिक्षण संस्थाओं में कार्यरत सभी शिक्षक अनिवार्य रूप से सम्मिलित होंगें |
विभिन्न संस्थानों में निर्माणधीन एवं प्रस्तावित योजनाएं (वित्तीय वर्ष 2016-17 के लिए) : -
माहेश्वरी पब्लिक स्कूल, जवाहर नगर
निर्माणधीन स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स एवं ऑडिटोरियम का निर्माण कार्य सोसायटी (सत्र 2012-15) द्वारा शुरू किया गया था | इस प्रोजेक्ट्स कि अनुमानित लागत रुपये 15 करोड़ पूर्व में स्वीकृत की गई थी | दिनांक 4  दिसम्बर 2015 तक निवर्तमान सोसायटी तक इस प्रोजेक्टस राशि रुपये 6 करोड़ 50 लाख का व्यय किया जा चूका है तथा वर्तमान सोसायटी द्वारा वर्ष 2016-17 में राशि रुपये 8 करोड़ 50 लाख व्यय होना बकाया है | कार्य तीव्र गति से चल रहा है तथा निकट भविष्य में इसी सत्र में इसका लोकार्पण किया जाना सुनिश्चित किया गया है |

इसी सत्र में छात्रों हेतु सुविधा क्षेत्र में नवीनीकरण का कार्य भी किया जाना प्रस्तावित है |
इसी सत्र में केफेटेरिया के निकट डोम का निर्माण कार्य करवाया जाना प्रस्तावित है |
इसी सत्र में केफेटेरिया के निकट डोम का निर्माण कार्य करवाया जाना प्रस्तावित है |

माहेश्वरी पब्लिक स्कूल, प्रताप नगर

आडिटोरियम की साज-सज्जा एवं नवीनीकरण का कार्य करवाने हेतु विभिन्न एजेंसियों से वार्ता चल रही है तथा माह मई-जून 2016 में इस कार्य के कार्यादेश जारी किया जाना प्रस्तावित है | इस कार्य पर लगभग रुपये 2 करोड़ व्यय होने का अनुमान है |

माहेश्वरी गर्ल्स पब्लिक स्कूल, विद्याधर नगर

सत्र 2016-17 में विद्यालय के प्रांगण में अत्याधुनिक केफेटेरिया का निर्माण कार्य करवाया जाना प्रस्तावित है |
इसी सत्र में छात्राओं हेतु सुविधा क्षेत्र के नवीनीकरण का कार्य करवाया जाना प्रस्तावित है |
भवन के मध्य में स्थित प्रार्थना सभा-स्थल पर डोम का निर्माण कार्य सत्र 2016-17 में किया जाना प्रस्तावित है |

एम.पी.एस. इंटरनेशनल, भाभा मार्ग, तिलक नगर

सोसायटी के 15000 स्कवायर फीट क्षेत्र में स्थित प्रशासनिक ब्लाक की साज-सज्जा का कार्य तीव्र गति से किया जा रहा है |
एम.पी.एस. इंटरनेशनल में 18000 स्कवायर फीट क्षेत्र में नवीन कक्षा-कक्ष, रसायन, भौतिकिम, जीव विज्ञान एंव कम्प्यूटर प्रयोगशालाओं का निर्माण कार्य तीव्र गति से चल रहा है तथा इसी सत्र 2016-17 में पूर्ण कर लिया जाएगा |

माहेश्वरी बालिका उच्च माध्यमिक विधालय, चौड़ा रास्ता

सत्र 2016-17 में विद्यालय में डोम लगवाया जाना प्रस्तावित है |
बहुआयामी योजनाएं –
शिक्षा के क्षेत्र में एक और प्रभावी कदम बढ़ाने हेतु समाज द्वारा निर्धारित जोन संख्या 2 (झोटवाड़ा) में नवीन विद्यालय निर्माण हेतु जमीन लिए जाने का कार्य तीव्र गति से चल रहा है तथा इस हेतु लगभग राशि रुपये 10 करोड़, साथ ही भवन निर्माण हेतु भी लगभग राशि रूपये 20  करोड़ का व्यय संभावित है | इस प्रोजेक्ट पर संभावित रुपये 30 करोड़ का व्यय होगा |
समाज के मेधावी शिक्षार्थियों के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा ग्रहण करने हेतु एज्यूकेशन लोन उपलब्ध करवाने हेतु एक कोष का गठन किया जाना प्रस्तावित है |
पारदर्शिता के महान लक्ष्य को मूर्त रूप देने हेतु, समिति स्तर पर लिए जाने वाले सभी छोटे-बड़े निर्णयों की जानकारी समाज के सभी सदस्यों तक पहुँचाने के उद्देश्य से उन्हें समाज द्वारा प्रकाशित मासिक पत्रिका में प्रकाशित करवाने का निर्णय किया है |
सोसायटी स्तर पर गठित क्रय समिति का दायरा बढ़ाते हुए इसे दो भागों में विभक्त किया गया है | जिसमें एक विभाग पूर्ण रूप से भवन निर्माण सामग्री हेतु एवं दूसरा विभाग विद्यालय संबंधी सामग्री हेतु बनाया गया है | विद्यालय संबंधी सभी प्रकार की सामग्री क्रय हेतु खुली निविदाए दैनिक समाचार पत्रों में प्रकाशित करते हुए आमंत्रित की गई जो कि पारदर्शिता लाने के क्रम में अभूतपूर्व प्रयास कहा जा सकता है |
इसी क्रम में शिक्षक-नियुक्ति/पदोन्नति/वार्षिक वेतन वृद्धि का कार्य किसी भी शिक्षण संस्थान हेतु बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है | इसी बात को दृष्टिगत रखते हुए वर्तमान सोसायटी द्वारा एक साक्षात्कार समिति का गठन किया गया |

वित्तीय व्यवस्था :
सोसायटी की वर्तमान आर्थिक स्थिति एवं समिति के अन्तर्गत संचालित सभी शिक्षण संस्थाओं की प्रबंध समितियों से चर्चा करने के उपरांत उपलब्ध तथ्यों, उपर्युक्त वर्णित भविष्य की योजनाओं एंव वर्तमान में चल रहे विकास कार्यों, शैक्षणिक गुणवत्ता में प्रस्तावित सुधारों की आवश्यकताओं को ध्यान, में रखते हुए सत्र 2016-17 हेतु शुल्क प्रस्तावों पर सोसायटी द्वारा लिए गए निर्णय की जानकारी निम्नानुसार है : -

सत्र 2016-17 में कक्षा 2 से 12  तक के शुल्क में 10 प्रतिशत की वृद्धि की गई | पूर्व में भी इन कक्षाओं की फीस में 10 प्रतिशत तक की वृद्धि की जाती रही है | राज्य सरकार के नियमों के अनुसार भी विद्यालय संभावित व्ययों व प्राप्तियों तथा आगामी कार्य योजनाओं को दृष्टिगत रखते हुए अपनी फ़ीस में कक्षा 2  से 12 तक अधिकतम 10 प्रतिशत तक वृद्धि कर सकता है |
शैक्षणिक सत्र 2011-12 में कक्षा प्रथम की फ़ीस 49 प्रतिशत बढाकर रुपये 20450 की गई थी जिसे सत्र 2012-13 में 27.14 प्रतिशत बढाकर रुपये 26000 किया गया | सत्र 2013-14 में इसमें 25 प्रतिशत की वृद्धि करते हुए रुपये 26000 के स्थान पर रुपये 32450 किया गया | सत्र 2015-16 में कक्षा प्रथम की फ़ीस रुपये 36600 थी जिसे सिर्फ 36 प्रतिशत बढाकर रुपये 50000 किया गया है जो कि सत्र 2011-12 के मुकाबले 13 प्रतिशत कम है तथा इसमें कम्प्यूटर फीस भी शामिल है |

सोसायटी तत्वाधान में संचालित विभिन्न शिक्षण संस्थाओं में अनुमानित खर्च व घाटे का ब्योरा निम्नानुसार है : -

समाज के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के अध्ययनरत शिक्षार्थियों को देय पूर्ण शुल्क अनुदान पर होने वाले व्यय की राशि जो सत्र 2014-15 में लगभग रुपये 73 लाख थी, जो बढ़कर सत्र 2015-16 में रूपये 90 लाख होने का अनुमान है | साथ ही समाज के शिक्षार्थियों को देय 30 प्रतिशत छात्रवृत्ति हेतु भी सत्र 2015-16 में लगभग रुपये 1 करोड़ 10 लाख का व्यय होने का अनुमान है | यह राशि बिना किसी व्यवधान के समाज बंधुओ के बैंक खाते में सीधे हस्तांतरित करवा दी गयी है | इस प्रकार इन दोनों मदों को मिलाकर कुल राशि रुपये 2 करोड़ सत्र 2015-16  हेतु व्यय होने के अनुमान है जो कि सत्र 2016-17 में बढाकर लगभग रुपये 2 करोड़ 50 लाख होने की संभावना है |
समाज के आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के नव-प्रवेशित शिक्षार्थियों को पूर्व में प्रवेश शुल्क एवं काशनमनी मुक्ति प्रदान नहीं की जाती थी जिसे वर्तमान सोसायटी द्वारा प्रारम्भ किया गया है |
केंद्र सरकार व राज्य सरकार के द्वारा अतिशीघ्र सातवें वेतन आयोग को लागू किए जाने की घोषणा प्रस्तावित है | इस हेतु केंद्र सरकार के द्वारा बजट 2016-17 में लगभग रुपये 58 हजार करोड़ का प्रावधान भी कर दिया है | सोसायटी के अन्तर्गत संचालित शिक्षण संस्थाओं में केंद्र व राज्य सरकार के समकक्ष वेतन एवं भत्ते देय होते है | विद्यालयों पर इसे प्रभावी करने पर वर्तमान वेतन बिल पर 27 प्रतिशत का संभावित व्यय भार बढेगा जिसका आंशिक प्रावधान भी इसी मे से ही किया जाना है |
माननीय सदस्यों को यह जानकारी देना भी उचित होगा कि सोसायटी द्वारा प्रस्तावित प्रवेश शुल्क (नवीन प्रवेश लेने वाले शिक्षार्थियों) एवं कक्षा प्रथम में की गई अतिरिक्त वृद्धि के एवज में कुल राशि रुपये 2 करोड़ 38 लाख एकत्र किया जाना प्रस्तावित है | सातवें वेतन आयोग के प्रभावी होने से पडने वाले अतिरिक्त व्यय भार जो कि राशि रुपये 8 करोड़ प्रतिवर्ष होना अनुमानित है का 30 प्रतिशत ही इस वृद्धि से पूरा किया जा सकेगा |
प्रस्तावित ई.आर.पी. कक्षा प्रथम, द्वितीय व तृतीय में कम्प्यूटर शिक्षा लागू करना व कक्षा 11 के विज्ञान संकाय के शिक्षार्थियों हेतु प्रस्तावित उच्च शिक्षा व्यवस्था पर होने वाले व्यय भार को सोसायटी द्वारा उच्च कोटी के वित्तीय प्रबन्धन को लागू कर धनराशि की उपलब्धता करवाया जाना प्रस्तावित है |
यहाँ यह बताना भी उल्लेखनीय होगा कि सत्र 2015-16 तक ब्याज के रूप में होने वाली आय जो कि लगभग रुपये 2 से 2.5 करोड़ प्रतिवर्ष के मध्य होती थी वह सत्र 2016-17 में घटकर लगभग रुपये 1 करोड़ रहने की संभावना है |
माहेश्वरी पब्लिक स्कूल, बगरू में वित्तीय वर्ष 2014-15 में रुपये 4763341 घाटा रहा है तथा शैक्षणिक सत्र 2015-16 में भी यह घाटा संभावित रुपये 4200000 रहेगा |
माहेश्वरी कॉलेज ऑव कॉमर्स एण्ड आर्ट्स प्रताप नगर में वित्तीय वर्ष 2014-15 में रूपये 2935022 घाटा रहा है तथा शैक्षणिक सत्र 2015-16 में भी यह घाटा संभावित रूपये 52,00,000 रहेगा | इसके अतिरिक्त कॉलेज भवन में ए.सी. कम्प्यूटर लैब, लिफ्ट्स, फायर फाइटिंग सिस्टम, सी.सी.टी.वी. कैमरा इत्यादि पर संभावित रुपये 23 लाख की अतिरिक्त आवश्यकता रहेगी |
महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि जयपुर के प्रतिष्ठित 10 विद्यालयों द्वारा चार्ज की जाने वाली कक्षा 1 से 12 तक की औसत फीस का यदि आंकलन किया जाए तो सोसायटी द्वारा संचालित विद्यालयों की फीस 10वें स्थान पर आएगी |
सोसायटी के अन्तर्गत संचालित शिक्षण संस्थाओं में सत्र 2008-12 (श्री बजरंग जी जाखोटिया का अध्यक्षीय कार्यकाल) में लगभग रूपये 15 करोड़ का फिक्स डिपोजिट एवं बैक बेलेंस जमा राशि के रूप में एकत्र था जो कि सत्र 2012-15 (श्री ओम प्रकाश जी दरगड का अध्यक्षीय कार्यकाल) में घटकर रूपये 7.66 करोड़ रह गया | जिसमें रुपये 1 करोड़ 60 लाख शिक्षार्थियों की कोशनमनी व रूपये 10 लाख विभिन्न स्कूलों के मान्यता संबंधी अमानता राशि भी शामिल है | इस प्रकार वर्तमान सोसायटी को उपयोग में लेने हेतु फंड मात्र 6 करोड़ रुपये ही उपलब्ध है | एक स्वस्थ वित्तीय प्रबंधन की अनुपालना हेतु सोसायटी के पास रिजर्व फंड के रूप में बजट के अनुरूप लगभग 20 प्रतिशत की राशि जमा के रूप में रहना आवश्यक होता है |

वर्तमान में सोसायटी का सालाना बजट लगभग रुपये 70 करोड़ का है और उनके अन्तर्गत नियमित एवं अनुबंध पर कार्यरत कर्मचारियों की संख्या लगभग 800-850 के मध्य है | हम सभी शिक्षार्थियों हेतु नवीन तकनीकी व सुविधाओं के साथ कदम बढाते हुए समय-समय पर बदलाव के साक्षी बनना चाहते है और इसी हेतु आपके समक्ष यह तुलनात्मक व तथ्यात्मक विवरण प्रस्तुत किया गया है | वर्तमान फीस बढ़ोतरी को भी इसी परिपेक्ष्य में देखा जाना चाहिए | सोसायटी का गठन आप सबके सहयोग से ही हुआ है और हम आपके सुझावों के अनुसार ही निर्णयों की रूपरेखा निर्धारित करेंगे | आपके बहुमूल्य सुझाव सादर आमंत्रित है |